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मयंक मिश्रा

मयंक मिश्रा वर्तमान में राजस्थान उच्च शिक्षा विभाग में सहायक आचार्य (अर्थशास्त्र) के पद पर कार्यरत हैं| वह भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान , रूड़की में शोधर्थी भी हैं|

जीवन की धुरी

सबको जीवन में

अपनी धुरी की तलाश है,

जिसके इर्द गिर्द जीवन घूम सके।

घूमें एक नियमित गति से,

घूमें एक निश्चित पथ पर,

भले वृत्ताकार।

धुरी पर घूमता जीवन भले बाहर से गतिशील लगे,

पर अंदर से स्थिर है,

अपनी कक्षा में।

स्थिरता फल है धुरी के आकर्षण का,

जिसमें सिमटी हैं,

असीमित अच्छाएं,

अनगिनत भाव,

और चुभते अभाव।

शायद इसलिए स्थिरता में पलता है जीवन।

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